सामाजिक कार्यकर्ता और मशहूर आंदोलनकारी मेधा पाटकर का कहना है कि किसानों का आंदोलन भी समानता के लिए लड़ाई है और अपने हकों के लिए संघर्ष है। गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन की पहली वर्षगांठ पर नवजीवन से बातचीत में उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार जिस विकास की बात करती है, उसमें किसानों, गरीबों, वंचितों और मजदूरों के लिए जगह नहीं है।
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