हर साल दीवाल पर राजधानी दिल्ली की इस बस्ती में खूब रौनक रहती है। इसे पॉटर्स कॉलोनी यानी कुम्हारों की बस्ती कहा जाता है। दीवाली के मौके पर यहां दीये, मूर्तियां और मिट्टी से बना तमाम सामान मिलता है, खरीदार भी खूब आते हैं, लेकिन इस बार सन्नाटा है। दीये भी हैं, मूर्तियां भी हैं, लेकिन ग्राहक नहीं, कारण कोरोना के कारण आर्थिक विपत्तियों से जूझते लोग।
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