प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा के बाद से ही पूरे देश की तस्वीर बदल गई है। जो मजदूर कल तक सबकुछ थे आज उनकी स्थिती बद से बत्तर हो गई है। ना खाने को है ना सिर छिपाने को छत है। यही वजह है कि लगभग हर राज्य से प्रवासी मजदूर पलायन कर रहे हैं। ये पलायन का दौर छठे दिन भी जारी है। कई हाईवे के किनारे आपको मजदूर पैदल चलते नजर आ जाएंगे। ये लोग कैसे भी अपने घर पहुंचना चाहते हैं।

कई मजदूर तो अपने राज्य पहुंच भी गए हैं, लेकिन उन्हें सरकार से जैसी उम्मीद थी राज्य पहुंचने के बाद वैसा बिल्कुल नहीं हुआ। सीएम योगी ने कहा तो था कि जो भी दूसरे राज्यों से आ रहे हैं उन्हें क्वारंटाइन या आइसोलेट किया जाएगा, लेकिन बरेली की तस्वीर कुछ और ही कहती है। यहां तो दूसरे राज्यों से आ रहे मजदूरों की जिंदगी से खेला जा रहा है। बरेली पहुंचे मजदूरों को आइसोलेशन में भेजने के बजाय, इन पर रसायनयुक्त पानी का छिड़काव किया जा रहा है।
The mistreatment of these already persecuted migrants at the hands of govt officials is despicable. Who is incharge and how did the UP govt allow this to happen!? https://t.co/hwpEaQgWl3
— Jitin Prasada (@JitinPrasada) March 30, 2020
इस वीडियो को देखने के बाद ऐसा लगता है जैसे योगी सरकार कोरोना के खिलाफ नहीं बल्कि इन कामगारों के खिलाफ युद्ध लड़ रही है। आपको बता दें, ये वीडियो कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने अपने ट्विटर पर शेयर किया है और योगी सरकार से मजदूरों के साथ ऐसे व्यवहार को लेकर सवाल भी किया है।
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