मृणाल की बैठक में आज देश में फैले डर, अशांति और सद्भावना के अभाव को लेकर चर्चा की शुरुआत होगी। NRC और NPR के खिलाफ आवाज उठाने वालों से सरकार बदला लेने पर उतारू है। मौजूदा समय में नागरिकों और सरकार के बीच बातचीत का सिलसिला लगातार टूटता जा रहा है। मसलों को हल करने के लिए लोगों पर हिंसा करने के बजाए सरकार को समाज के ठंडे दिमाग वाले और बुद्धिजीवी वर्ग से बात करनी चाहिए।
साथ ही आज की चर्चा में NRC-NPR को समझाते हुए यूपी पुलिस द्वारा हिंसा के मुद्दे पर भी बात होगी। अंत में हमेशा की तरह पर्यावरण संकट पर विश्लेषण करेंगी वरिष्ठ पत्रकार मृणाल पांडे।
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